Ad

Kisan Rin Portal

खुशखबरी: वित्त मंत्री ने लांच किया किसान ऋण पोर्टल, अब आसानी से मिलेगा अनुदानित ऋण

खुशखबरी: वित्त मंत्री ने लांच किया किसान ऋण पोर्टल, अब आसानी से मिलेगा अनुदानित ऋण

सरकारी आंकड़ों के हिसाब से देखें तो सरकार ने चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान सहूलियत ब्याज दर पर 6,573.50 करोड़ रुपये का कृषि-ऋण वितरित किया है। किसानों को वर्तमान में अनुदानित लोन बड़ी सुगमता से मिलेगा। मंगलवार 19 सितंबर 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एवं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसान ऋण पोर्टल को लॉच किया है। किसान भाई इस पोर्टल के माध्यम से अपने घर बैठे किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत सब्सिडी वाला ऋण यानी लोन प्राप्त कर सकते हैं। पूसा परिसर में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम के दौरान डोर-टू-डोर केसीसी अभियान एवं मौसम सूचना नेटवर्क डेटा सिस्टम (विन्ड्स) पोर्टल का एक मैनुअल भी प्रस्तुत किया गया।

भारत में फिलहाल 7.35 करोड़ KCC अकाउंट मौजूद हैं

कृषि मंत्रालय के अनुसार, किसान ऋण डिजिटल प्लेटफॉर्म-किसान डेटा, ऋण वितरण विशिष्टताओं, ब्याज छूट के दावों एवं योजना उपयोग की प्रगति पर विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा। यह वेबसाइट कृषि ऋण के लिए बैंकों के साथ सहज एकीकरण को प्रोत्साहन देगा। भारत में फिलहाल 7.35 करोड़ KCC अकाउंट है। इनको 8.85 लाख करोड़ बांटा जा चुका है। एक बयान में यह बताया गया है, कि 30 मार्च तक तकरीबन 7.35 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) खाते हैं, जिनकी समकुल स्वीकृत धन सीमा 8.85 लाख करोड़ रुपये है।

ये भी पढ़ें:
66 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी करेगी यह राज्य सरकार, मिलेगी हर प्रकार की सुविधा

अप्रैल से लेकर अगस्त तक 6,573.50 करोड़ रुपये का कृषि-ऋण वितरित किया गया।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सरकार ने चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान रियायती ब्याज दर पर 6,573.50 करोड़ रुपये का कृषि-ऋण वितरित किया है। केसीसी के फायदे को बढ़ाने के लिए घर-घर अभियान, केंद्रीय योजना ‘पीएम-किसान' के गैर-केसीसी धारकों तक पहुंचेगा, जिसके अंतर्गत प्रत्येक चिन्हित लाभार्थी किसान के बैंक खाते में प्रतिवर्ष 6,000 रुपये दिए जाते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड के उपयोग से कृषक इस तरह कम ब्याज पर कृषि ऋण प्राप्त कर सकते हैं

किसान क्रेडिट कार्ड के उपयोग से कृषक इस तरह कम ब्याज पर कृषि ऋण प्राप्त कर सकते हैं

किसान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके कृषक भाई-बहन कम ब्याज दर पर ऋण प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उनको बैंक जाकर यहां दिए गए कागजात जमा करने पड़ेंगे। किसानों की सहायता के लिए सरकार ने विभिन्न योजनाएं चला रखी हैं। इन योजनाओं के सहयोग से भारत भर के लाखों कृषकों को फायदा भी मिल रहा है। कृषक भाइयों को कृषि के दौरान आर्थिक समस्याओं का सामना ना करना पड़े, इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना चलाई जा रही है। योजना के अंतर्गत किसान भाइयों को ऋण की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि पूर्व में सिर्फ खेती करने वाले कृषकों को ही योजना के अंतर्गत फायदा दिए जाने की व्यवस्था थी। परंतु, वर्तमान में मछली पालन और पशुपालन करने वाले कृषक भाइयों को भी इस योजना के अंतर्गत फायदा दिया जा रहा है। किसान भाई फसल प्रबंधन के अतिरिक्त डेयरी के कार्यों एवं पंप सेट इत्यादि खरीदने के लिए भी ऋण ले सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत सरकार ने ये इंतजाम किया है, कि कृषकों पर ब्याज का ज्यादा दबाव ना पड़ सके। ब्याज के बढ़ जाने के कारण खेती की लागत भी काफी बढ़ जाती है, जिसकी वजह से किसान भाई कर्जा के भार में भी फंस जाते हैं। इससे किसानों को निजात देने के लिए बैंकों के रेगुलर कर्ज से बहुत कम ब्याज केसीसी पर लिया जाता है।

कम ब्याज पर कृषि ऋण हेतु आवश्यक दस्तावेज

किसान भाइयों यदि आप कम ब्याज पर कृषि ऋण लेना चाहते हैं, तो आपके पास पहचान प्रमाण पत्र जैसे कि मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि होना अत्यंत आवश्यक है। इसके साथ ही जमीन के दस्तावेज और आवेदक का पासपोर्ट साइज का फोटो होना भी बेहद जरूरी होता है।

ये भी पढ़ें:
खुशखबरी: वित्त मंत्री ने लांच किया किसान ऋण पोर्टल, अब आसानी से मिलेगा अनुदानित ऋण

किसान भाई इस प्रकार आवेदन करें

किसान भाईयों को आवेदन करने के लिए प्रमाण पत्र, फोटो और भरा हुआ आवेदन पत्र बैंक में जमा करने पर किसान क्रेडिट कार्ड जारी होगा। आवेदन पत्र जमा करने के 15 दिन के भीतर KCC जारी हो जाएगा।

केसीसी लोन की ब्याज दर दो फीसद से लेकर औसतन 4 फीसद तक होती है

केसीसी लोन ब्याज दो प्रतिशत से आरंभ होती है। ये औसतन 4 प्रतिशत तक जाता है। ब्याज दर इस बात पर भी निर्भर करती है, कि किसान भाई केसीसी का लोन कितने समय में चुका पाते हैं। अगर किसान भाई कम वक्त में ही भुगतान करें, तो उन्हें तीन लाख रुपये तक का कर्ज बेहद ही आसान 4 प्रतिशत की दर से मिल सकता है। इसके साथ-साथ इसमें इंश्योरेंस का फायदा भी किसानों को मिलता है।